भारत की तरफ से 40 टेस्ट मैच खेलने वाले अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने घोषणा की है कि रणजी ट्रॉफी के वर्तमान सत्र के बाद वह क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।बंगाल के इस 40 वर्षीय विकेटकीपर ने 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद 40 टेस्ट के अलावा नौ एकदिवसीय मैच में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
साहा ने पिछले तीन साल से भी अधिक समय से राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिलने के बाद क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया।
साहा ने सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में कहा, क्रिकेट में एक शानदार सफर के बाद यह मेरा आखिरी सत्र होगा। मैं आखिरी बार बंगाल का प्रतिनिधित्व करने और संन्यास लेने से पहले केवल रणजी ट्रॉफी में खेलने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।उन्होंने रविवार देर रात जारी पोस्ट में कहा, आइए इस सत्र को यादगार बनाएं।
साहा के पास महेंद्र सिंह धोनी जैसी आभा या ऋषभ पंत जैसा बेफिक्र अंदाज नहीं था लेकिन अपनी विकेटकीपिंग से उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपने लिए विशेष जगह बनाई।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर के रूप में 104 शिकार किए जिनमें 92 कैच शामिल हैं। साहा ने टेस्ट क्रिकेट में 1353 रन बनाए जिसमें तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं।
साहा लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रहे। इसके बाद उन्हें तत्कालीन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने सूचित किया था कि वह चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन की पहली पसंद नहीं है और वे उनसे आगे की सोच रहे हैं।
उन्हें पिछले साल भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की केंद्रीय अनुबंध सूची से बाहर कर दिया गया था।
भारत की तरफ से उन्होंने अपनी यादगार पारी न्यूजीलैंड के खिलाफ 2016 में खेली थी। उन्होंने तब ईडन गार्डन्स में ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी, नील वैगनर और मिशेल सेंटनर जैसे अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल पिच पर नाबाद अर्द्धशतक बनाया था। उन्हें इस मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था।
उन्होंने 2007 में बंगाल की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने अब तक 138 प्रथम श्रेणी मैच में 7013 रन बनाए हैं।
वह 2022 में बंगाल क्रिकेट संघ के अधिकारियों के साथ अनबन होने के कारण त्रिपुरा की टीम से जुड़ गए थे। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के हस्तक्षेप के बाद वह इस सत्र में बंगाल की टीम में वापस आ गए थे।
उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी 170 मैच खेले। इस टूर्नामेंट में उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटन्स सहित विभिन्न टीमों का प्रतिनिधित्व किया।
आईपीएल में उन्होंने अपना एकमात्र शतक 2014 में पंजाब किंग्स की तरफ से कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ लगाया था।
साहा को व्यवहार कुशल खिलाड़ी माना जाता है जिसके लिए एक बार विराट कोहली ने भी उनकी प्रशंसा की थी।
पूर्व भारतीय कप्तान ने तब कहा था,जब साहा जैसा टीम-मैन अच्छा प्रदर्शन करता है तो आपको विशेष रूप से खुशी होती है। वह बहुत अच्छा इंसान है और उसने कभी किसी की आलोचना नहीं की। वह बल्लेबाजी क्रम में किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार रहता है। (भाषा)