आजमगढ़। उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए वोट की अपील करने पहुंचे बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मंच के माध्यम से जनता से अपील करते हुए कहा कि अखिलेश मुझे अपना बड़ा मानकर चलते हैं। आप ये मानकर चलिए कि अखिलेश नहीं, आपकी बहनजी चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन से सदियों से उपेक्षितों को न्याय का मौका मिलेगा। यहां दलितों व पिछड़ों को नौकरी में काफी अधिकार मिले हैं। बहुजन समाज पार्टी का गठन होने के बाद पार्टी ने लगातार दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को लाभ दिलाने का प्रयास किया है। कांशीराम ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करानी चाही, मगर कांग्रेस ने सहयोग नहीं किया। हमें इसके लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ा।
1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी थी तथा उसमें भाजपा भी शामिल थी, मगर वह बाहर से समर्थन दे रही थी। उस समय 3 सांसद पार्टी की ओर से थे। उस समय वीपी सिंह चाहते थे कि हम सरकार में शामिल हो जाएं लेकिन हमारी शर्तें थीं। बाबा साहब अंबेडकर ने देश का संविधान बनाया था लिहाजा भारतरत्न की उपाधि मांगी थी लेकिन भाजपा ने आरक्षण विरोधी मोर्चा बनाकर इसका विरोध कराया और वीपी सिंह की सरकार गिरा दी।
सामाजिक महापरिवर्तन का गठबंधन किसी और राज्य में न बन जाए, उससे भाजपा चिंतित है। राज्य में जो सरकार चल रही है, उसमें भाईचारा का गठबंधन किया गया था। उस समय कांग्रेस व भाजपा की नींद उड़ गई थी। इसे तोड़ने के लिए भाजपा नए हथकंडे प्रयोग कर रही है जिसमें वह कतई कामयाब नहीं हो पाएगी।