उन्होंने बताया कि उनके पिता ने मौलाना आजाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के साथ काम किया था पर कभी सत्ता या पद की लालसा नहीं रही। 'मैं भी कांग्रेस से जुड़ा रहा लेकिन अब चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो अवश्य कोई गंभीर बात होगी।'
हाजी हारून ने कांग्रेस से अपना मोहभंग होने का कारण अमेठी में विकास और प्रगति की कमी को बताया। उन्होंने कहा, ‘70 बरस से हम यहां रह रहे हैं। पूरे समुदाय और क्षेत्र की अनदेखी हुई है। अगर कुछ गलत नहीं था तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का इतना खराब प्रदर्शन क्यों रहा।’