आयोग को उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने 20 अप्रैल को योगी के भाषण की वीडियो क्लिप भेजी थी। उस वीडियो क्लिप का अध्ययन करने के बाद आयोग ने योगी को अपना पक्ष रखने का अवसर देने के लिए यह नोटिस जारी किया। जवाब न मिलने पर आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।