सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित है और 524 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह अपनी समृद्ध जैव विविधता और विविध स्थलाकृति के लिए जाना जाता है, जिसमें पहाड़ियाँ, घाटियाँ, घाटियाँ और जल निकाय शामिल हैं। यह बाघों, भारतीय भालू (रीच) और मालाबार गिलहरियों (भारतीय विशाल गिलहरी) का महत्वपूर्ण निवास स्थान है। दिलचस्प बात यह है कि अधिकांश भारतीय विशाल गिलहरियां मध्यप्रदेश के सतपुड़ा पर्वतमाला में देखी जाती हैं और वे लगभग 6 मीटर की प्रभावशाली ऊंचाई तक छलांग लगा सकती हैं। इसी जंगल में छिपा है एक ऐसा गांव जहां जाकर आप कहेंगे कि ये तो स्विट्जरलैंड से कहीं ज्यादा खूबसूरत है।ALSO READ: Poland tourist places: पोलैंड में घूमने लायक कौन-सी अच्छी जगहें हैं?
मढ़ई घूमने के 5 कारण:
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की सैर और जंगली जानवों के दर्शन
तवा डैप पर क्रूज सवारी, कैनोइंग और राफ्टिंग
ऊंजेंच पहाड़ों और घाटियां को देखना, ट्रैकिंग करना
ऐतिहासिक स्थलों और गुफाओं को देखना
शहर और गांव से दूर शांति और सुकून की जगह
नर्मदापुरम जिले के गांव मढ़ई को स्विट्जरलैंड माना जाता है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए फेमस है। यदि आप किसी ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहां शांति के साथ ही आपको प्राकृतिक सुख की अनुभूति हो। यहां घने जंगल में ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और घाटियां हैं। चारों ओर हरे भरे नजारे हैं। मढ़ई के पास ही तवा डैम हैं जो एक बड़ी सी झील का आकार लिए हुए है। इसे देखकर आपका मन नाच उठेगा।
तवा डैम में आप क्रूज सवारी, जंगल सफारी और वाइल्ड लाइफ का आंनद ले सकते हैं। यहां रुकने, खाने और घूमने की संपूर्ण व्यवस्था है। प्री प्लान करके यहां जाया जा सकता है। जंगल के साथ ही डैम का आनंद ले सकते हैं। ALSO READ: History of odisha: ओडिशा राज्य के खास पर्यटन स्थल और संक्षिप्त इतिहास
कैसे पहुंचे : मध्यप्रदेशश की राजधानी भोपाल से नर्मदापुरम की दूरी करीब 80 किलोमीटर है। नर्मदापुरम तक ट्रेन या बस के द्वारा जा सकते हैं। इसके बाद यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर मढ़ई गांव है। यहां के लिए बस से जा सकते हैं या प्राइवेट टैक्सी करके भी जा सकते हैं।