Madhya Pradesh News : होली के त्योहार से ऐन पहले पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासियों के फागुनी उल्लास की रंगारंग झांकी पेश करने वाले पारंपरिक भगोरिया हाटों का सिलसिला इस बार 7 मार्च से शुरू होगा। ये हाट झाबुआ, अलीराजपुर, धार, खरगोन और बड़वानी जैसे आदिवासी बहुल जिलों के 100 से ज्यादा स्थानों पर लगाए जाते हैं। आदिवासियों की संस्कृति की चटख छटाएं निहारने के लिए इन हाटों में देश-विदेश के सैलानी उमड़ते हैं। हजारों लोगों की भीड़ वाले भगोरिया हाटों की रौनक इतनी ज्यादा होती है कि ये हाट बड़े मेलों की तरह नजर आते हैं।
तंवर के मुताबिक, भगोरिया हाटों का सिलसिला होलिका दहन से हफ्ते भर पहले शुरू हो जाता है। आदिवासी पूरे साल भले ही किसी भी स्थान पर काम करें, भगोरिया हाटों में शामिल होने के लिए वे पूरे परिवार के साथ अपने गांव जरूर लौटते हैं। हजारों लोगों की भीड़ वाले भगोरिया हाटों की रौनक इतनी ज्यादा होती है कि ये हाट बड़े मेलों की तरह नजर आते हैं।