एमपी में जलदूत देंगे पानी बचाने का संदेश, जल संकट से निपटने के लिए वॉटर सेल का गठन

भोपाल। मध्य प्रदेश में बढ़ते जल संकट और सूखे की आहट के बीच अब सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जल संकट को देखते हुए कमान अपने हाथों में लेते हुए पानी बचाने की मुहिम शुरू की है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से जल संवर्धन और संरक्षण की अपील की है।          
                                                    
वॉटर सेल का गठन : जल संरक्षण और जल बचाव के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है। साथ ही पानी को सहेजने और नए जल स्रोत्र विकसित करने के लिए सुझाव भी साझा करने को कहा है। इसके लिए राज्य स्तर पर एक वाटर सेल गठित किया गया है, जिसकी जिम्मेदारी सचिव स्तर के अधिकारी को दी गई है। नागरिक 'वाटर सेल' की ईमेल आईडी [email protected] पर सलाह और सुझाव दे सकते हैं।
                                                         
जल संरक्षण के लिए युवा बनेंगे जलदूत : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पानी सबके लिए अनिवार्य जरूरत है। इसके बिना मानव जीवन का कल्पना भी नहीं की जा सकती, इसलिए पानी का संरक्षण किया जाना जरूरी है। कमलनाथ ने कहा कि युवाओं को जल संवर्धन के लिए जलदूत बनकर सामने आना चाहिए। युवाओं की ऊर्जा और नई सोच से पानी की एक-एक बूंद को बचाकर उसका सदुपयोग किया जा सकता है। वहीं पानी बचाने के लिए समितियों के गठन के साथ ही पानी बचाने की मुहिम को एक आंदोलन के रूप में शुरू किया जाएगा
 
जरूर करें वृक्षारोपण : मुख्यमंत्री ने कहा कि सूखा एक प्राकृतिक प्रकोप है। जिस पर किसी का बस नहीं है, पर सब मिलकर सूखे से निपट सकते हैं। कमलनाथ ने कहा कि हमें बड़ी-बड़ी योजनाओं की अपेक्षा स्थानीय स्तर पर जल संरक्षण का कार्य करना होगा। इसके लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने की जरूरत है। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बड़े किसानों से आग्रह किया है कि वह अपनी पूंजी का इस्तेमाल पानी रोकने के लिए खेत, तालाब और भूजल को रिचार्ज करने का कार्य करें।

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