इंदौर। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री, भाजपा महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय उस समय बुरी तरह भड़क गए जब संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी उनसे नहीं मिले।
इतना ही नहीं गुस्से में कैलाश अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रख पाए और खुलेआम कह दिया कि इंदौर में संघ के कार्यकर्ता और पदाधिकारी हैं वरना शहर में आग लगा देता।
कैलाश ने कहा कि संभागायुक्त की इतनी औकात हो गई है कि वह मिलने तक नहीं आ रहे हैं। हम उन्हें लिखित में मिलने के लिए पत्र दे रहे हैं। वे जनता के नौकर हैं। यदि वे बाहर हैं तो प्रोटोकॉल के नाते उन्हें हमें सूचना देनी चाहिए।
विजयवर्गीय का बयान आपत्तिजनक : दूसरी ओर, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव का शहर को आग लगाने वाला बयान बेहद आपत्तिजनक, निंदनीय है। भाजपा नेतृत्व तत्काल उन पर कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि यह शिवराज सिंह चौहान की नहीं, सिंघम कमलनाथ की सरकार है। शहर को आग लगाने वाला कोई पैदा नहीं हुआ। सलूजा ने कहा कि पूर्व में कैलाश के विधायक पुत्र आकाश ने भी बल्ले से निगम कर्मचारी पर हमला किया था। इससे इनकी और इनकी पार्टी की विचारधारा का पता चलता है। कमलनाथ सरकार माफिया के खिलाफ अभियान चला रही है, जिन्हें यह बचाने की कोशिश कर रहे हैं।