भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही अब उन पर जांच का शिकंजा कसने जा रहा है। वेबदुनिया ने अपने पाठकों को पहले ही बताया था कि सरकारी जमीन घोटाले मामले में सरकार सिंधिया पर कसने की तैयारी में है। सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही ईओडब्ल्यू ने छह साल पुराने मामले की फाइल दोबारा खोलते हुए ग्वालियर में पुरात्तव और शासकीय जमीनों को निजी संपत्ति में मिलाकर बेचने के मामले में नए सिरे से जांच शुरु कर दी है।
प्रदेश में तेजी से बदले सियासी समीकरण में पूरे मामले में शिकायतकर्ता सुरेंद्र श्रीवास्तव ने ईओडब्ल्यू के डीजी सुशोभन बैनर्जी से मिलकर मामले की नए सिरे से जांच करने का आवेदन दिया। सुरेंद्र श्रीवास्तव ने सिंधिया पर अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इस आवेदन के बाद जांच एजेंसी ने आनन फानन में सिंधिया के खिलाफ बंद हो चुके प्रकरणों की समीक्षा करने के फिर से निर्देश दिए है।
सिंधिया के खिलाफ सरकारी जमीन हड़पने की मामले की शिकायत भाजपा नेता प्रभात झा भी कर चुके है। ऐसे में अब जब ईओडब्ल्यू नए सिरे से सिधिया के खिलाफ जांच करने जा रहा है तो क्या वह प्रभात झा की शिकायतों पर भी कार्रवाई करेगा यह देखना दिलचस्प होगा।