रेलवे प्रवक्ता जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कोरोना के चलते लंबे समय से वातानुकूलित (ऐसी) श्रेणी में यात्रा करने वाले मुसाफिरों को दिए जाने वाले कंबल, चादर, तकिए नहीं दिए जा रहे हैं। इस बीच मौसमी ठंडक बढ़ने की वजह से यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर अब उन्हें डिस्पोजल कंबल, तकिए और चादर दी जा सकेगी जिसका शुल्क रेलवे यात्रियों से वसूलेगा।
जयंत के अनुसार इन डिस्पोजल वस्तुओं का उपभोग करने के बाद यात्री रेलवे स्टेशनों पर लगे डस्टबिन में फेंकना होगा। उन्होंने कहा कि यह कदम रेलवे विभाग कोरोना संक्रमण से बचाव और यात्रियों की आवश्यकता के मद्देनजर उठाने जा रहा है। इससे पहले केंद्रीय रेल मंत्रालय के आदेश पर इन यात्रियों को नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाने वाले चादर, तकिए और कंबल का वितरण बंद कर दिया गया था। (वार्ता)