भोपाल। ठंड के दस्तक देने के साथ अब मध्यप्रदेश में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दिवाली के बाद प्रदेश में वायु प्रदूषण ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। राजधानी भोपाल सहित कई जिलों की हवा जहरीली होती जा रही है और प्रदेश के बड़े जिलों में AQI बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुका है। प्रदेश में प्रदूषण की मार सबसे ज्यादा ग्वालियर के लोगों पर पड़ रही है। ग्वालियर में औसत AQI 300 के पार पहुंच गया है, वहीं ग्वालियर शहर में डीडी नगर और सिटी सेंटर में AQI 400 के पार पहुंच गया है।
राजधानी भोपाल में भी हवा की क्वालिटी लगातार खराब होती जा रही है। राजधानी के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी और टीटी नगर में औसत एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया है। अगर बात करें तो अरेरा कॉलोनी में एक्यूआई 316, टीटी नगर में 313 और पुरानी भोपाल में एक्यूआई 322 तक पहुंच गया है।
मध्यप्रदेश के कई जिलों में प्रदूषण का बड़ा कारण पराली और कचरे का जलाना है। पराली जलने से निकलने वाला धुंआ भोपाल, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों की हवा की क्वालिटी खराब कर रहा है। पर्यावरणविद्दों की मानें तो शहर के आसपास के खेतों में पराली जलाना, सड़कों पर उड़ने वाली धूल हवा को प्रदूषित कर रही है। ऐसे में शहर में रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, इसके अलावा बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। प्रदेश के श्योपुर और नर्मदापुरम जिले में पराली जलाने के सबसे अधिक मामले सामने आए है।
गौरतलब है कि धान की कटाई के बाद भोपाल में प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ है. शहर के आसपास किसान धान कटाई के बाद पराली जला रहे है, इससे उठने वाले धुंए से शहर की हवा पर बुरा असर पड़ रहा है. बढ़ते AQI के स्तर को लेकर जिला कलेक्टर ने पराली जलाने पर आदेश जारी किए थे. लेकिन कलेक्टर के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.