उन्होंने बताया कि दुर्घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम जांच के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि यह हत्या का मामला है। सेंधवा पुलिस थाना के प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि इलाके के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि जिस वाहन ने छगन पंवार को टक्कर मारी थी, वह बार-बार इलाके में चक्कर लगा रहा था।
उन्होंने कहा कि छगन रोज सुबह टहलने जाता था और 10 नवंबर को आरोपी अनिल ने कथित तौर पर सुपारी लेने वाले हत्यारों करण शिंदे, गोलू बाबर एवं देवेन्द्र सक्सेना को फोन किया और उन्हें बताया कि उसके पिता सुबह की सैर के लिए निकले हैं। इसके बाद वाहन से टक्कर मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
यादव ने बताया कि जांच के बाद एक संदिग्ध करण शिंदे को पुणे से गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के दौरान उसने बताया कि छगन पंवार के बेटे ने इस काम के लिए उन्हें 2.5 लाख रुपए देने का वादा किया था। अधिकारी ने बताया कि सेंधवा स्थित आंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले अनिल ने 10 लाख रुपए की दुर्घटना बीमा राशि की लालच में आकर 2.5 लाख रुपए की सुपारी देकर अपने पिता की हत्या करवाने की स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।(भाषा)