इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए शहर की एक सीट से शुक्रवार को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप पर्चा भरने वाले संजय शुक्ला ने खुद को 103.71 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति का मालिक बताया है। इसके साथ ही वे 28 नवंबर को होने वाले चुनावों में किस्मत आजमा रहे प्रदेश के सबसे धनी प्रत्याशियों की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं।
जिला निर्वाचन कार्यालय में शुक्ला (49) के जमा कराए गए हलफनामे के मुताबिक वे 41.35 करोड़ रुपए मूल्य की चल संपत्ति के मालिक हैं, जबकि उनकी अचल संपत्ति का मौजूदा बाजार मूल्य 62.36 करोड़ रुपए है, हालांकि उन पर अलग-अलग बैंकों, व्यक्तियों और वित्तीय संस्थाओं की 27.96 करोड़ रुपए की देनदारी भी है जिसमें उनके द्वारा लिए गए कर्ज शामिल हैं। इस 12वीं पास उम्मीदवार के नाम 2.03 करोड़ रुपए की सरकारी देनदारी भी है जिसे उन्होंने अपने हलफनामे में 'विवादाधीन' बताया है।
बहरहाल, जिस इंदौर-1 सीट से शुक्ला ने पर्चा भरा, उस सीट पर कांग्रेस ने बुधवार को जारी सूची में प्रीति अग्निहोत्री को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। इस घोषणा के फौरन बाद शुक्ला ने यह आरोप लगाते हुए इंदौर-1 सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी कि इस सीट के टिकट को बेच दिया गया।
हालांकि महज 24 घंटे के भीतर बदले समीकरणों में कांग्रेस से चुनावी टिकट मिलने के बाद शुक्ला के सुर भी बदल गए हैं। उनके द्वारा पर्चा भरे जाने के बाद संवाददाताओं ने जब उनसे पूछा कि क्या वे 'टिकट बिक्री' के अपने पुराने आरोप पर कायम हैं? तो उन्होंने जवाब दिया कि आरोप तो सब लोग लगाते रहते हैं। मैं पहले अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं में बह गया था।
बहरहाल, शुक्ला के साथ कांग्रेस की पूर्व में घोषित प्रत्याशी प्रीति अग्निहोत्री के साथ पार्टी के एक अन्य बागी उम्मीदवार कमलेश खंडेलवाल ने भी इंदौर-1 सीट से पर्चा भर दिया है। इस बारे में पूछे जाने पर शुक्ला ने कहा कि हम तीनों एक ही कांग्रेस परिवार के लोग हैं। हम मिल-जुलकर मामला सुलझा लेंगे।
इंदौर-1 क्षेत्र में शुक्ला का मुख्य मुकाबला भाजपा के निवर्तमान विधायक सुदर्शन गुप्ता से है। गुप्ता ने भी शुक्रवार को ही इस सीट से बतौर भाजपा उम्मीदवार चुनावी पर्चा भरा। (भाषा)