मुंबई। विजया बैंक और देना बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ प्रस्तावित विलय के खिलाफ बैंक कर्मचारियों की एक दिवसीय हड़ताल के चलते बुधवार को बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। एक सप्ताह से भी कम समय में यह दूसरी बैंक हड़ताल है। इससे पहले 21 दिसंबर को बैंक अधिकारियों ने हड़ताल की थी।
बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल से पैसे जमा करने और निकालने, चेक क्लीयरेंस और डिमांड ड्राफ्ट जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। सरकार ने सितंबर में सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय करने की घोषणा की थी। इससे देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक अस्तित्व में आएगा।
यूनियन दावा कर रही हैं कि यह विलय बैंकों या उनके ग्राहकों के हित में नहीं, बल्कि दोनों के लिए हानिकारक होगा। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने हड़ताल का आह्वान किया है। यूएफबीयू ने कहा कि सरकार विलय के जरिए बैंकों का आकार बढ़ाना चाहती है, लेकिन यदि देश के सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भी मिलाकर एक कर दिया जाए तो भी विलय के बाद बनने वाली संयुक्त इकाई को दुनिया के शीर्ष दस बैंकों में स्थान नहीं मिलेगा।
यूएफबीयू 9 बैंक यूनियनों का संगठन है। इसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, द ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन और नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत अन्य यूनियन शामिल हैं।