पुलिस ने कहा कि पूर्णिमा एक निजी विमानन कंपनी में पायलट के तौर पर कार्य करती है जबकि उसका पति अन्य विमानन कंपनी में कर्मचारी है। पीड़िता का परिवार और अन्य रिश्तेदार जेजे कॉलोनी में रहते हैं, जो कि दंपति के घर से 500 मीटर की दूरी पर है। वह करीब 2 महीनों से वहां काम करती थी लेकिन उसके परिवार में किसी को नहीं पता था कि उसके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है।
घरेलू सहायिका के चाचा ने कहा कि हमने उसकी बांहों और शरीर के अन्य हिस्सों पर जलने के निशान देखे। उसकी आंखों में भी चोट के निशान थे। लड़की की मानसिक स्थिति बहुत खराब थी। वह डरी हुई और गमगीन थी। बच्ची के रिश्तेदारों ने आरोपी दंपति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उन्हें सबक सिखाया जाए ताकि कोई भी किसी गरीब बच्चे के साथ ऐसा अपराध करने की हिम्मत न कर सके।(भाषा)