भारत की आजादी के बाद देश में बहुत से ब्रांड बने, लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं।
आज अमूल भारत के पशुपालकों के सामर्थ्य की पहचान बन चुका है।
अमूल यानी विश्वास,
अमूल यानी विकास,
अमूल यानी जनभागीदारी,
अमूल यानी किसानों का सशक्तिकरण,
अमूल यानी समय के साथ आधुनिकता का समावेश,
अमूल यानी… pic.twitter.com/obAkz5zpod