आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि जकात फाउंडेशन, जकात (दान) के पैसों से चलता है। इस साल जकात की मदद से आईएएस और आईपीएस बनने वाले युवाओं में सबसे अधिक यूपी और केरल से 9-9 युवा हैं। जबकि जम्मू-कश्मीर से तीन और महाराष्ट्र-बिहार से 2-2 युवा हैं।
एक बैच के लिए 50 लड़कों का चुनाव किया जाता है लेकिन लड़कियों के लिए सीट की कोई सीमा नहीं है। लिखित परीक्षा और इंटरव्यू पास करने के बाद चाहें जितनी लड़कियां कोचिंग के लिए आ सकती हैं। हालांकि अभी तक एक बैच में 10 से 12 लड़कियां आती हैं, जिसमें से तीन से पांच लड़कियां ही सफल हो पाती हैं।
जकात फाउंडेशन एक एनजीओ है जोकि पूरी तरह से दूसरे लोगों द्वारा की गई मदद से ही चलती है। मदद के रूप में जकात फाउंडेशन को नाम के अनुसार जक़ात, सदका, इमदाद और चैरेटी के रूप में पैसा मिलता है। इसी का इस्तेमाल जकात फाउंडेशन सर सैय्यद कोचिंग एण्ड गाइडेंस सेंटर फॉर सिविल सर्विस को चलाने में करती है।