Cyclone Dana: ओडिशा सरकार ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के बुधवार सुबह चक्रवाती तूफान 'दाना' (cyclone Dana) में तब्दील हो जाने के बाद तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम तेज कर दिया है और 14 जिलों के संवेदनशील इलाकों में 288 बचाव दल (rescue teams) तैनात किए हैं। अधिकारियों ने भुवनेश्वर में यह जानकारी दी।
भारतीय वायुसेना ने बुधवार सुबह 2 विमानों से एनडीआरएफ के 150 कर्मियों और राहत सामग्री को भुवनेश्वर पहुंचाया। अंगुल, पुरी, नयागढ़, खोरधा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, ढेंकनाल, गंजम और मयूरभंज जिलों को 'अलर्ट' पर रखा गया है।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य ने 14 जिलों में 3,000 से अधिक संवेदनशील स्थानों (गांवों) की पहचान की है और ए मुख्य रूप से तटीय क्षेत्र में हैं। वहां से निकासी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शुक्रवार सुबह चक्रवात दाना के पहुंचने से पहले लगभग 10,60,336 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जान-माल की रक्षा के लिए प्रबंध किए गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य पर बना गहरा दबाव 18 किलोमीटर घंटे की गति से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और चक्रवाती तूफान 'दाना' में तब्दील हो गया। यह सुबह 5.30 बजे पारादीप (ओडिशा) से लगभग 560 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 630 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में था।
आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह तक यह पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को पार करेगा, इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।ALSO READ: बंगाल की खाड़ी में बने तूफान को लेकर क्या बोला IMD
आईएमडी ने दी चेतावनी : आईएमडी ने चेतावनी दी है कि चक्रवात 'दाना' से ओडिशा में भारी बारिश होगी। 23 अक्टूबर की शाम से बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी और खोरधा के कुछ इलाकों में भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) होने की संभावना है। इसमें कहा गया है कि 24 और 25 अक्टूबर को कई स्थानों पर भारी से बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है, तथा बालासोर, मयूरभंज और जाजपुर जिलों में अलग-अलग क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा (21 सेंटीमीटर से अधिक) हो सकती है।
ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि मंगलवार शाम तक सभी मछुआरे तट पर लौट आए। पुजारी ने लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग करने और बुधवार शाम तक आश्रय शिविरों में चले जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमने शिविरों में भोजन, पेयजल, शिशु आहार और महिला पुलिस जैसी सभी व्यवस्थाएं की हैं। उन्होंने कहा कि चक्रवात के तट पार करने से पहले 10 लाख लोगों को शिविरों में लाया जाएगा।(भाषा)