अध्ययन के नतीजों से यह प्रदर्शित होता है कि सर्वेक्षण में शामिल किए गए 43.99 प्रतिशत बच्चों को स्मार्टफोन उपलब्ध है और अन्य 43.99 प्रतिशत छात्रों को बेसिक फोन उपलब्ध है जबकि 12.02 प्रतिशत के पास इन दोनों में से कोई भी फोन उपलब्ध नहीं है। अध्ययन में कहा गया कि कुल 56.01 प्रतिशत बच्चों को स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है।
यह अध्ययन दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना सहित 23 राज्यों में 16 से 28 अप्रैल के बीच 12 दिनों की अवधि के दौरान किया गया।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश में 35 करोड़ से अधिक छात्र हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनमें से कितने के पास डिजिटल उपकरण या इंटरनेट उपलब्ध हैं। स्माइल फाउंडेशन के सहसंस्थापक शांतनु मिश्रा ने कहा कि अध्ययन के नतीजों से यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होता है कि 'डिजिटल डिवाइड' एक असली चुनौती है तथा इसे पाटने के लिए पूरे राष्ट्र में विभिन्न कदम उठाए जाने की जरूरत है।