चेन्नई। उत्तरी-पूर्वी मानसून के कारण तमिलनाडु में इस बार सामान्य से 68 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई है और पिछले 24 घंटों में 3 लोगों तथा 300 से ज्यादा मवेशियों की मौत हुई है। सरकार ने शनिवार को उक्त जानकारी दी।
सलेम के मेत्तुर बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। यह बांध कावेरी के डेल्ट क्षेत्र में स्थित जिलों की पानी की जरूरत पूरा करता है। विल्लुपुरम में थेनपेन्नाई नदी और कांचीपुरम में पलार में पानी उफान पर हैं।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचन्द्रन ने राज्य में एक अक्टूबर से अभी तक 518.99 मिलीमीटर बारिश हुई है जो इस अवधि में होने वाली सामान्य बारिश से 68 प्रतिशत ज्यादा है। मंत्री ने कहा, पिछले 24 घंटों में राज्य के 37 जिलों में बारिश हुई है। सबसे ज्यादा 39.91 मिमी बारिश तिरुपतुर जिले में हुई है।
थेनपेनाई नदी के उफान पर होने के कारण विल्लुपुरम में 18,500 हेक्टेयर खेतों में पानी भर गया है, जिसे निकालने की कोशिश की जा रही है। जिले में करीब 10,000 लोग 220 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
पड़ोसी कुड्डालोर जिले में 4,000 लोग राहत शिविरों में आश्रय लिए हुए हैं। उन्होंने बताया, पिछले 24 घंटों में कृष्णागिरि और तिरुवनामलाई जिलों में तीन लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि 368 मवेशी भी मरे हैं।(भाषा)