नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेलों (Pakistani jails) में पिछले साल मई से अब तक 7 भारतीय मछुआरों (Indian fishermen) की मौत हो चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार मौत का ताजा मामला 3 दिन पहले सामने आया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की हिरासत में कुल 209 भारतीय मछुआरे हैं।
सूत्रों ने बताया कि इनमें से 181 मछुआरे पहले ही अपनी 6 महीने की सजा पूरी कर चुके हैं और भारत ने उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि कर दी है। उन्हें भारत लौटने का अब भी इंतजार है। उन्होंने बताया कि उनमें से कुछ 2021 से पाकिस्तान की हिरासत में हैं।ALSO READ: मानहानि मामले में संजय राउत को जमानत, कोर्ट ने 15 दिन की जेल पर लगाई रोक
28 मछुआरों के लिए राजनयिक पहुंच का इंतजार : सूत्रों ने बताया कि 28 मछुआरों के लिए अब भी पाकिस्तान से राजनयिक पहुंच का इंतजार है। भारतीय मछुआरे की मौत का ताजा मामला 25 अक्टूबर को सामने आया था। उन्होंने बताया कि उसकी पहचान हरि के रूप में हुई है लेकिन उसके बारे में अभी और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि सितंबर में भी सेराश नाम के एक अन्य भारतीय की पाकिस्तान की जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि सेराश का पार्थिव शरीर 11 अक्टूबर को भारत भेज दिया गया था जबकि हरि का शव अभी भेजा जाना बाकी है।ALSO READ: जाति आधार पर कैदियों को काम देना असंवैधानिक, जेलों में भेदभाव पर SC का अहम फैसला
एक सूत्र ने बताया कि वर्ष 2023 से अब तक पाकिस्तान की जेलों में 7 भारतीय मछुआरों की मौत हो चुकी है। उनकी मौत का कारण हृदयाघात और उच्च रक्तचाप के कारण होने वाली जटिलताएं थीं। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने पाकिस्तान से उन भारतीय मछुआरों और सामान्य नागरिकों की रिहाई तथा स्वदेश वापसी में तेजी लाने को कहा था जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है।
एमईए ने कहा था कि पाकिस्तान से अनुरोध किया गया है कि वह सभी भारतीय कैदियों और मछुआरों की सुरक्षा, संरक्षा तथा कल्याण सुनिश्चित करे, जब तक कि उनकी रिहाई और भारत वापसी न हो जाए।(भाषा)