दरअसल, एयर इंडिया के न्यूयॉर्क ऑफिस को अमेरिकी कंपनी को यह भुगतान विमानों के कलपुर्जे खरीदने के लिए करना था। लेकिन एयर इंडिया ने कंपनी की बजाय यह रकम को नाइजीरिया के किसी शख्स के खाते में ट्रांसफर कर दी।
एयर इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी को इस मामले की जानकारी मिली। उसके बाद उन्होंने कंपनी के वित्त विभाग को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जिससे यह पता चल सके कि दोषी कौन है?