Akhilesh Yadav in Parliament : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्था में खामियों और कई स्थानों पर यातायात जाम होने का हवाला देते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा कि वहां की तस्वीरें देखकर सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति को बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और 300 किलोमीटर जाम में फंसे रहे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार कर रही डबल ब्लंडर। ALSO READ: CM योगी ने बताया, कौन कर रहा है महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार?
उन्होंने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए आरोप लगाया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बजट में कोई रोडमैप नहीं दिखाई देता है। उन्होंने अमेरिका से वापस भेजे गए अवैध भारतीय प्रवासियों का उल्लेख करते हुए कहा ग्स क्या पिछले 10 बजट इसलिए बनाए गए थे कि दुनिया यह देखे कि भारत के लोग हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बांधकर भेजे गए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे का हवाला देते हुए कटाक्ष किया कि पिछली बार हीरा लेकर गए थे। इस बार हो सके तो सोने की जंजीर लेकर जाइएगा...हो सके तो कुछ और लोगों को वहां से किसी दूसरे जहाज में अपने साथ लेते आइएगा। ALSO READ: संगम पर आस्था की डुबकी, 45 करोड़ से ज्यादा ने किया कुंभ स्नान
यादव ने कहा कि एक दूसरी तस्वीर महाकुंभ में दिखी जो सनातन को मानने वालों को दुख पहुंचाने वाली थी। प्रयागराज में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और 300 किलोमीटर जाम में फंसे रहे। यादव ने कहा कि भाजपा की तरफ से पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की गई कि वे लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसी तस्वीर होनी चाहिए जिसमें आप यातायात नहीं संभाल पा रहे हैं।
यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि चांद पर पहुंचने का क्या फायदा जब जमीन की समस्याएं नहीं दिखती हों। उन्होंने सवाल किया कि जिन ड्रोन की बात की गई, वो कहां हैं? डिजिटल इंडिया कहां है?
सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में मची भगदड़ में मारे गए लोगों का सही आंकड़ा नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि आज डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से लाखों रुपये लूटे जा रहे हैं, इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं।
यादव ने दावा किया कि बजट में पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार के पास रुपये में गिरावट का कोई जवाब है? देश में अब भी 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देना पड़ रहा है, क्या यही विकसित भारत की तस्वीर है?
यादव ने कहा कि यह बजट चार इंजन वाला है। लगता है कि एक के बाद एक इंजन खराब होते गए, इसलिए चार इंजन लगाने पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुना करने का सपना दिखाने वाली सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी को लेकर कुछ नहीं किया गया।
उन्होने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक बयान का हवाला देते हुए कटाक्ष किया कि जैसे पॉपकॉर्न में जीएसटी का हेरफेर हो गया है, कहीं मखाने में न हो जाए। उनका इशारा बजट में बिहार के लिए मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की तरफ था।
सपा नेता ने कहा कि नोटबंदी के समय बैंकों के सामने लगी एक लाइन में एक बच्चा पैदा हुआ था, जिसका नाम खजांची रखा गया था। अब वह बड़ा हो गया है। मैं चाहूंगा कि आप (सरकार) खजांची को गोद ले लीजिए। गोद लेने के बाद नाम अपने हिसाब से बदल लीजिए। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में निवेश के बड़े दावे किए गए, लेकिन वास्तविकता के धरातल पर कुछ नहीं उतरा।