बयानबाजी से नाराज कांग्रेस ने राजस्थान के नेताओं को दी चेतावनी, कहा-पार्टी के खिलाफ बयान देने से बचें...
गुरुवार, 29 सितम्बर 2022 (21:54 IST)
जयपुर। क्षेत्रफल के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच स्थानीय नेताओं में पार्टी के भीतर बने धड़ों के प्रति वफादारी दिखाने की होड़ मची है। मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं सचिन पायलट ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के अध्यक्ष और गहलोत के वफादार धर्मेंद्र राठौड़ ने गुरुवार को सचिन पायलट खेमे के माने जाने वाले विधायक वेदप्रकाश सोलंकी पर निशाना साधा। राठौड़ ने कहा, मैं यह साबित करने के लिए साक्ष्य दूंगा कि कौन गद्दार है और कौन वफादार। यह सबके सामने आएगा। सोलंकी ने जिला परिषद चुनाव के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां से एक होटल में मुलाकात की थी।
उन्होंने सोलंकी की भाजपा अध्यक्ष पूनियां के साथ बैठक का एक वीडियो दिखाया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि यह जिला परिषद चुनावों के दौरान सदस्यों की खरीद-फरोख्त की साजिश थी। जिला परिषद चुनाव के प्रभारी रहे, मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि उन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचाने में सोलंकी की भूमिका के बारे में शिकायत की थी लेकिन राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने कहा कि सोलंकी ने पार्टी को धोखा दिया जिससे जयपुर में कांग्रेस की जगह भाजपा ने जिला प्रमुख का चुनाव जीता। उल्लेखनीय है कि विधायक सोलंकी ने कल राठौड़ को कांग्रेस और भाजपा का 'दलाल' तक कह दिया था। सोलंकी ने कहा था, कौन धर्मेंद्र? धर्मेंद्र राठौड़ भाजपा और कांग्रेस के पंजीकृत दलाल हैं। हर कोई जानता है कि वे कांग्रेस और भाजपा के बीच दलाल कैसे काम करता है।
उन्होंने आगे कहा, हम आलाकमान के साथ हैं। कौन ईमानदार है, कौन झूठा है, कौन गद्दार है, कौन क्या है, सभी जानते हैं। धर्मेंद्र राठौड़ के बारे में बात करने का मतलब समय बर्बाद करना है। दौसा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा ने उनकी टिप्पणी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि 2020 के राजनीतिक घटनाक्रम में सचिन पायलट के साथ मानेसर गए विधायकों के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह खराब है।
मीणा ने कहा, जिस तरह से हमारे लिए देशद्रोही और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह गलत है।उन्होंने कहा कि विधायक 2020 में एक महीने तक दिल्ली में रहे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।
मीणा ने कहा, हम घर पर बैठ सकते हैं, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जा सकते। हमें दुख है कि हमारे लिए देशद्रोही शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब यह बताया जाना चाहिए कि आलाकमान को कौन धोखा दे रहा है।उन्होंने यह भी कहा कि अगर स्थिति बनती है तो वह मध्यावधि चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं सचिन पायलट ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की।Edited by : Chetan Gour (भाषा)