तीस जून को 30वें सेना प्रमुख के तौर पर पदभार संभालने के बाद यह जम्मू क्षेत्र की उनकी पहली यात्रा है। अमरनाथ यात्रा और विशेषकर पहाड़ी जिलों समेत विभिन्न जगहों पर आतंकवाद रोधी अभियान के मद्देनजर उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण है। अधिकारियों ने बताया कि सेना प्रमुख सुबह जम्मू पहुंचे और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति तथा अभियानगत तैयारियों की समीक्षा के लिए सीमावर्ती जिले पुंछ रवाना हो गए।
सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि सेना प्रमुख ने उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार और जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा के साथ पुंछ में फील्ड कमांडरों की एक बैठक की अध्यक्षता की और फिर अग्रिम इलाकों की हवाई समीक्षा की।
अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने कहा, उन्हें जमीन पर मौजूद कमांडरों द्वारा अभियानगत तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई। सेना प्रमुख ने कामकाज के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए सभी रैंकों की सराहना की और उन्हें सभी मौजूदा व उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने को लेकर दृढ़ रहने के लिए प्रेरित किया।