सूत्रों ने मुख्यमंत्री के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल ने ताजा समन को राजनीति से प्रेरित और गैर कानूनी बताया है। अपने जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन पारदर्शिता और ईमानदारी से गुजारा है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कानूनी समन को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
केजरीवाल को मंगलवार को विपश्यना सत्र के लिए रवाना होना था, लेकिन विपक्षी गुट इंडिया की बैठक में व्यस्त होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल पूर्व निर्धारित ध्यान सत्र के लिए बुधवार दोपहर करीब 1.30 बजे निकले।
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा था, 'हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इस ध्यान सत्र के लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित और पूर्व घोषित कार्यक्रम है।'