सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि एक होटल में काफी समय से ठहरे विधायकों का गहलोत पर यह दबाव है कि राजभवन में विधायकों की परेड कराई जाए ताकि बहुमत साबित हो सके। गहलोत बराबर बहुमत का दावा कर रहे हैं, लेकिन अदालती कार्रवाई पर केंद्र सरकार की भूमिका के मद्देनजर वह बहुमत साबित करने के मामले में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते।
गहलोत गुरुवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मिले थे। इससे यह कयास लगाया जा रहा था कि सोमवार को विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा, जिसमें बहुमत साबित करने की योजना थी, लेकिन उच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद परस्थितियां बदल गई हैं तथा अब दबाव बनाने के लिए राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड कराकर बहुमत साबित करने तथा विपक्ष पर दबाव बनाने के प्रयास के तहत यह किया जा सकता है। (वार्ता)