भाजपा सूत्रों ने बताया कि कार्यकारिणी की इस बैठक को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिहाज से अहम माना जा रहा है। लिहाजा उसने कार्यकारणी की बैठक में सभी सांसदों, अपने शासन वालों राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सभी विधायकों एवं पार्षदों और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों समेत 2000 नेताओं को इसमें शामिल होने के लिए बुलाया है। 25 सितंबर को बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन खास होगा।
सूत्रों के अनुसार पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह 25 सितंबर को पेश होने वाले प्रस्तावों एवं अन्य विषयों के बारे में चर्चा करेंगे और इसे अंतिम रूप देंगे। राजनीतिक प्रस्ताव तैयार करने का जिम्मा राम माधव और विनय सहस्रबुद्धे को सौंपा गया है। इसके अलावा एक आर्थिक प्रस्ताव भी पेश किया जा सकता है जिसमें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से आए आर्थिक बदलाव, नोटबंदी के कारण बदली परिस्थितियों का जिक्र हो सकता है। माना जा रहा है कि बैठक के दौरान राजनीतिक प्रस्ताव में रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे को शामिल किए जाने की भी संभावना है।
बैठक में पार्टी के सभी 281 लोकसभा सदस्य, राज्यसभा के 57 सदस्य, 1400 विधायक और विधान पार्षद, कोर ग्रुप के सदस्य और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष एवं महामंत्री शामिल होंगे।