भाजपा के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने मंगलवार को ट्वीट कर अय्यर से पूछा कि 'प्रभु राम के लिए ओछी भाषा बोलने वाले मणिशंकर पहले यह बताएं कि वह किस कमरे में पैदा हुए'। उन्होंने कहा कि अय्यर के इस बयान से देश के हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंची है, पूरा देश जानता है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर मजाक बनाती रही है।
त्रिपाठी ने कहा कि वह रामसेतु को नकारती है, उसके नेता कपिल सिब्बल अदालत में राम मंदिर मसले को लटकाने की कोशिश में लगे हुए हैं, इसी तरह से अब मणिशंकर अय्यर का बयान आया है। मणिशंकर का बयान सीधे तौर पर हिंदू आस्था का खुला मजाक है, इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
गौरतलब है कि अय्यर ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि मंदिर वहीं बनाएंगे का क्या मतलब है? दशरथ एक बहुत बड़े महाराजा थे। कहा जाता है कि उनके महल में दस हजार कमरे थे। कौन जानता है कि कौन सा कमरा कहां था? पहले हम मस्जिद तोड़ेंगे और इसकी जगह हम मंदिर बनाएंगे। यह गलत है। क्या एक हिन्दुस्तानी के लिए अल्लाह में भरोसा रखना गलत है? (भाषा)