नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस द्वारा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की बजाय किसी अन्य नेता को भी प्रधानमंत्री स्वीकार करने के संकेतों पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा कि ऐसा लगता है कि मानसून में प्रधानमंत्रियों की बारिश होने लगी है।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए गांधी की उम्मीदवारी की बात कहने वाली कांग्रेस अब कह रही है कि वह किसी की भी उम्मीदवारी को स्वीकारने के लिए तैयार है। इससे ऐसा लगता है कि इस मानसून में प्रधानमंत्रियों की बारिश हो रही है। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि 'पीएम' में अक्षर 'पी' का मतलब प्रदर्शन और 'एम' का अर्थ मेहनत है।
उन्होंने सवाल किया कि अब क्या मुझे यह बताने की जरूरत है कि वह कौन है और कौन प्रधानमंत्री के पद पर बना रहने वाला है? विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार करने में आनाकानी किए जाने के बाद कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आई हैं कि चुनाव के बाद अगर किसी दल के पास अधिक संख्या होगी, तो उसके नेता को भी प्रधानमंत्री के तौर पर स्वीकार किया जा सकता है।
राहुल गांधी के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार होने संबंधी बयान और कांग्रेस कार्यसमिति में गठबंधन में कांग्रेस की केंद्रीय भूमिका सुनिश्चित करने एवं कांग्रेस के नेता को गठबंधन का नेता यानी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में आगे बढ़ाने के संकल्प लिए जाने के बाद पार्टी सूत्रों के इस वक्तव्य से कांग्रेस में राजनीतिक उहापोह की स्थिति का खुलासा हुआ है। (वार्ता)