संदेशखाली के लिए निकले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी, पीड़ितों से करेंगे मुलाकात

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 20 फ़रवरी 2024 (12:39 IST)
SandeshKhali news in hindi : पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली जाते समय मंगलवार को पुलिस ने रोक दिया। हालांकि कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर उन्हें संदेशखाली जाने की इजाजत मिल गई। संदेशखाली में टीएमसी के कुछ नेताओं द्वारा यौन उत्पीड़न और भूमि हड़पने के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
 
पुलिस ने अधिकारी को संकटग्रस्त क्षेत्र में जाने से रोक दिया जहां निषेधाज्ञा लागू की गई है। इधर सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए एक खंडपीठ में अपील की।
 
मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एकल पीठ के आदेश में हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया जिसने अधिकारी और भारतीय भाजपा के एक अन्य विधायक शंकर घोष को संदेशखाली जाने की अनुमति दी थी।
 
पश्चिम बंगाल सरकार ने न्यायमूर्ति कौशिक चंदा के सोमवार के आदेश को चुनौती देते हुए खंडपीठ के समक्ष अपील दायर की।
 
खंडपीठ में न्यायमूर्ति हिरणमय भट्टाचार्य भी शामिल थे जिसने भाजपा नेता को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उनके लिए तैनात किए गए सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर कोई भी समर्थक या पार्टी से जुड़ा व्यक्ति उनके साथ न जाए।
 
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को अधिकारी को संदेशखाली जाने की अनुमति दे दी थी। हाईकोर्ट ने भाजपा नेता को अशांत क्षेत्र में कोई भी भड़काऊ भाषण नहीं देने या किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा नहीं करने का भी निर्देश दिया।
 
इससे पहले पुलिस ने यह कहते हुए अधिकारी को संकटग्रस्त क्षेत्र में जाने से रोक दिया था कि वहां निषेधाज्ञा लागू की गई है।
 
नंदीग्राम से भाजपा के विधायक ने पार्टी के समर्थकों के साथ राज्य सरकार के फैसले के विरोध में धमखाली में धरना दिया। अधिकारी को पिछले 8 दिनों तीसरी बार संकटग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने से रोका गया।
 
माकपा नेता करात ने कहा कि उन्हें एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि संदेशखाली में उनकी मौजूदगी से वहां शांति भंग हो जाएगी। माकपा नेता को संदेशखालि जाते समय धमखाली नौका घाट पर रोक दिया गया जहां महिलाओं पर यौन अत्याचार और कुछ स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा जमीन हड़पने के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
 
उन्होंने कहा कि शांति का उल्लंघन तब हुआ जब महिलाओं को स्थानीय टीएमसी कार्यालयों में बुलाया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया। अब यह न्याय की लड़ाई है।
 
संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
Edited by : Nrapendra Gupta

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