मामला तब प्रकाश में आया, जब एक कमीशन एजेंट के पति ने शिकायत की कि डाक अधीक्षक संतोष कुमार सरोज और डाक सहायक सूरज मिश्रा प्रत्येक 20 हजार रुपए जमा करने पर 100 रुपए की रिश्वत मांगते हैं। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे लिए कोई बड़ा या छोटा मामला नहीं होता। हम सभी मामलों से एक समान रूप से निपटते हैं।
उसने आरोप लगाया कि पूर्व में जब वह रकम जमा करने गया तो दोनों डाक अधिकारियों ने रकम जमा करने के बदले सुविधा शुल्क के नाम पर 25 और 26 नवंबर को 500 रुपए और 300 रुपए लिए थे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दोनों ने प्रत्येक 20,000 रुपए जमा करने पर 100 रुपए देने या काम रोक देने को कहा। दोनों ने पैसे नहीं देने पर काम रोकने और गड़बड़ी करने की धमकी भी दी।
सीबीआई के प्रवक्ता ने यहां एक बयान में बताया कि शिकायत के आधार पर जाल बिछाया गया और आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। प्रवक्ता ने कहा कि सीबीआई को जनता की शिकायत पर हस्तक्षेप करना पड़ा, जहां गरीब ग्रामीणों को डाकखाने में अपना ही पैसा जमा करने पर रिश्वत देनी पड़ रही थी।