NSE स्कैम : सीबीआई ने आनंद सुब्रमण्यम को चेन्नई से किया गिरफ्तार
शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022 (11:59 IST)
नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में अनियमितताओं को लेकर इसके पूर्व समूह संचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इस मामले की जांच पिछले 3 वर्षों से चल रही है और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक ताजा रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने यह गिरफ्तारी की है। सेबी की इस रिपोर्ट में एक रहस्यमईयी योगी के बारे में पता चला है, जो पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के कार्यों और अन्य अनियमितताओं का मार्गदर्शन कर रहा था। इसके अलावा रिपोर्ट में कुछ नए तथ्य भी सामने आए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक सुब्रमण्यम को गुरुवार देर रात हिरासत में ले लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार करने से पहले उनसे चेन्नई में कई दिनों तक पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान आनंद सुब्रमण्यम ने सवालों का जवाब देने में टालमटोल किया, इसीलिए सीबीआई ने उन्हें हिरासत में ले लिया। सीबीआई सुब्रमण्यम को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाने के लिए चेन्नई की एक अदालत में पेश करेगी।
अधिकारियों के मुताबिक एक बार याचिका मंजूर हो जाने के बाद सीबीआई उसे राष्ट्रीय राजधानी में लाएगी और अपने मुख्यालय में मामले के संबंध में पूछताछ के लिए उसे हिरासत में रिमांड पर लेने के लिए एक विशेष अदालत के समक्ष पेश करेगी। एक ऑडिट रिपोर्ट में सुब्रमण्यम को कथित तौर पर एक रहस्यमयी योगी के रूप में संदर्भित किया गया था, लेकिन इसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 11 फरवरी को अपनी रिपोर्ट में खारिज कर दिया था।
वर्ष 2013 में एनएसई के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि नारायण की जगह लेने वालीं चित्रा रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम को अपना सलाहकार नियुक्त किया था। इसके बाद सुब्रमण्यम को 4.21 करोड़ रुपए के मोटे वेतन पर समूह संचालन अधिकारी के रूप में पदोन्नत किया गया था।
सेबी ने अपनी रिपोर्ट में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण और अन्य लोगों पर आनंद सुब्रमण्यम को मुख्य रणनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त करने के अलावा समूह संचालन अधिकारी और प्रबंधक निदेशक के सलाहकार के पद पर पुन: नियुक्त करने में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
सेबी ने इस सिलसिले में रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा सेबी ने एनएसई पर 2 करोड़ रुपए, एनएसई के पूर्व प्रबंधक निदेशक और सीईओ रवि नारायण पर 2 करोड़ रुपए और मुख्य नियामक अधिकारी और अनुपालन अधिकारी वीआर नरसिम्हन पर 6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।