नई दिल्ली। दिल्ली को लेकर केंद्र सरकार और केजरीवाल सरकार के बीच टकराव उस समय बढ़ गया जब केंद्र ने दिल्ली सरकार के बजट पर रोक लगा दी। वित्त मंत्री कैलाश गहलोत को आज विधानसभा में बजट पेश करना था। बताया जा रहा है कि दिल्ली के इतिहास में यह पहला मौका है जब केंद्र की आपत्ति की वजह से तय समय पर बजट नहीं पेश हो सका।
दिल्ली सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा विज्ञापन पर खर्च का बजट भेजा था, जिस पर गृह मंत्रालय ने नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन आप सरकार द्वारा इसका जवाब नहीं भेजा गया। इस बजट को अप्रवूल नहीं दिया गया।
हालांकि केजरीवाल सरकार के सूत्रों के हवाले से जारी मीडिया खबरों में कहा गया है कि कुल बजट 78,800 करोड़ रुपए का है, जिसमें से 22,000 करोड़ रुपए बुनियादी ढांचे पर खर्च के लिए हैं। सिर्फ 550 करोड़ रुपए विज्ञापनों के लिए निर्धारित किए गए हैं। विज्ञापन के लिए आवंटन राशि पिछले साल के बजट के समान ही है।