Chemical factory explosion accident in Maharashtra : महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रसायन कारखाने में गुरुवार अपराह्न विस्फोट होने के बाद आग लग गई, जिसके कारण कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक अन्य घायल हो गए। विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए दिए जाएंगे और घायलों का खर्च सरकार वहन करेगी। राज्य उद्योग विभाग ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच के बाद ही विस्फोट के कारणों का खुलासा होगा।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, डोंबिवली में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र के फेज-दो में स्थित अमुदान केमिकल कंपनी के एक बॉयलर में अपराह्न करीब 1.40 बजे विस्फोट होने से भीषण आग लग गई और आसपास के कारखानों में भी फैल गई। महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में जान गंवाने वाले लोग आसपास के कारखानों में काम कर रहे थे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना को बताया भयावह : राज्य उद्योग और श्रम विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि कारखाने का बॉयलर भारत बॉयलर विनियम, 1950 के तहत पंजीकृत नहीं था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना को भयावह बताते हुए कहा कि रसायन कारखाने के आसपास के कारखानों में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है।
उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता लोगों को बचाने की है। इस हादसे में आठ लोगों की जान चली गई और साठ से अधिक घायल हुए हैं। सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और उद्योगों को खतरों के आधार पर ए, बी और सी के रूप में वर्गीकृत करने का निर्णय लिया है।
शिंदे ने कहा, पूरे राज्य में लाल श्रेणी के अंतर्गत आने वाली सभी खतरनाक औद्योगिक इकाइयां तुरंत बंद कर दी जाएंगी। ऐसी इकाइयों को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने या इंजीनियरिंग और आईटी जैसे उपयोग (श्रेणी) को बदलने का विकल्प दिया जाएगा...लोगों के जीवन से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता : मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए दिए जाएंगे और घायलों का खर्च सरकार वहन करेगी। राज्य उद्योग विभाग ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच के बाद ही विस्फोट के कारणों का खुलासा होगा।
ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने कहा कि इस घटना में पांच पुरुषों और दो महिलाओं के शव इतने अधिक झुलस गए कि उनकी पहचान नहीं हो सकी है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, उन परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।
उन्होंने कहा, घायलों का इलाज एम्स, नेप्च्यून और ग्लोबल अस्पतालों में किया जा रहा है और हर तरह की सहायता प्रदान की जा रही है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। बचाव कार्य के लिए विभिन्न टीम और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन दल, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी बचाव अभियान में हिस्सा ले रही है। सामंत ने बताया कि जिस कारखाने में विस्फोट हुआ वह पिछले कुछ महीनों से परिचालन में नहीं था और कुछ दिन पहले ही दोबारा शुरू हुआ था। राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत, स्थानीय सांसद श्रीकांत शिंदे और विधायक राजू पाटिल ने मुंबई से करीब 40 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र का दौरा किया।
1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाज : घटना के संबंध में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कारखाने में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारण आसपास की इमारत की खिड़कियों के शीशों में दरारें आ गईं जबकि कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। कारखाने के ऊपर धुएं के घने बादल छाए देखे जा सकते हैं।
बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चल रहा : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छत्रपति संभाजीनगर में कहा कि घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चल रहा है तथा उन्होंने जिलाधिकारी को घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिले में खतरनाक रासायनिक कारखानों को डोंबिवली से अंबरनाथ एमआईडीसी में स्थानांतरित करने की योजना है। (भाषा) फोटो सौजन्य : टि्वटर/एक्स
Edited By : Chetan Gour