Nitish Kumar controversial remarks on women: अरे! महिला हो कुछ जानती नहीं हो और बोल रही हो फालतू का... अरे क्या हुआ, हम जो कह रहे हैं उसको सुनो, क्या हुआ सुनोगे नहीं, हम तो सुनाएंगे। ये बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में राष्ट्रीय जनता दल की विधायक रेखी देवी से कहीं, जो राज्य के मसौढ़ी से विधायक हैं।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर कांग्रेस और राजद विधायकों ने सदन में हाय-हाय के नारे लगाए। इस पर सीएम नीतीश भड़क गए। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि इतने दिन से आंदोलन कर रहे हैं। जब केन्द्र में यूपीए की सरकार की थी, तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया? अब हंगामा कर रहे हैं। ALSO READ: बिहार में 21 दिन में 13वां पुल ढहा, अब इंजीनियर के पैर छूने झुके नीतीश कुमार!
नीतीश ने राजद विधायक रेखी देवी पर नाराज होते हुए कहा कि महिला, कुछ समझती नहीं हो। इन लोगों ने (राजद-कांग्रेस) कभी महिलाओं को आगे बढ़ने नहीं दिया। आज महिला होकर बोल रही है। आरजेडी के समय कभी किसी महिला को बोलने की इजाजत थी। कभी उन लोगों ने किसी महिला को आगे बढ़ाया था? 2005 के बाद हमने महिलाओं को आगे बढ़ाया। ALSO READ: बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश का खास ख्याल क्यों रखा गया?
केन्द्र दे रहा है अतिरिक्त मदद : नीतीश ने कहा कि केंद्र ने विशेष राज्य का दर्जा देने के अलावा कई तरह से मदद करना शुरू कर दिया है। केन्द्र बिहार को अतिरिक्त मदद दे रहा है। हम लोगों ने और भी जो कुछ कहा है उसके लिए भी वे लोग काम करेंगे। आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए हम लोग सुप्रीम कोर्ट तक गए हैं और केंद्र सरकार को भी कह दिया है कि इसको 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए।
क्या कहा राजद विधायक ने : वहीं, राजद विधायक ने नीतीश के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं का सम्मान करना सीखें। वे महिलाओं से बात करने का तरीका भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम को महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। ALSO READ: बिहार पर वित्तमंत्री मेहरबान, बजट में दिया 60 हजार करोड़ का फंड
ललन सिंह उवाच : जदयू नेता ललन सिंह ने राजद विधायक की समझ पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो बजट पर राय रख रही थीं। बजट उनको कहां समझ में आता है।
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2023 में भी विपक्ष के जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा उठा दिया था, नीतीश ने इस दौरान कहा कि अगर महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं होती हैं, तो वे शारीरिक संबंध बनाने से इनकार नहीं कर पाती हैं। तब नीतीश कुमार लालू यादव की पार्टी के साथ सरकार में थे। उस समय उनके बयान पर काफी हंगामा हुआ था।