1971 के युद्ध के योद्धा, कराची बंदरगाह पर बमबारी करने वाले नायक का निधन
वे उम्र संबंधी बिमारियों से पीड़ित थे। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे से पूर्वी पाकिस्तान को आजाद कराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी जिसे आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है।
राव ने नौसेना के पश्चिमी बेड़े के एक छोटे समूह का नेतृत्व किया था और ऑपरेशन केक्टस लिली के तहत कराची बंदरगाह पर हमला किया था।
हवाई, जमीन और पनडुब्बी से हमले के खतरे के बावजूद वह चार दिसंबर 1971 की रात को अपने दल को शत्रु के समुद्री क्षेत्र में ले गए थे। तत्कालीन कमांडर राव ने दो डेस्ट्रॉयर युद्धपोत और एक माइनस्वीपर को डुबो दिया था। इसके बाद कमांडर राव के दल ने कराची बंदरगाह पर तेल के टैंकरों पर बमबारी की थी।