कई पूर्व सैनिकों की मौजूदगी वाले संवाददाता सम्मेलन में सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की ओर से हम हमारे सैनिकों के शौर्य और बहादुरी को सलाम करते है। 1947, 1962, 1965, 1971 और 1999 के युद्ध में हमारे सैनिकों ने अपनी वीरता से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया। पूरा देश उनके बलिदान का ऋणी है।
उन्होंने आरोप लगाया, 'प्रधानमंत्री देशहित व ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भाजपा सैनिकों की कुर्बानी के नाम पर वोट बटोरती है, लेकिन जब जवानों के हितों की बात आती है तो प्रधानमंत्री मोदी उनके साथ विश्वासघात करते हैं।
उन्होंने कहा, 'हमारे जवानों ने 21 जनवरी, 2000 (नडाला एनकलेव, नीलम नदी के पार), 18 सितंबर, 2003 (बरोह सेकटर, पुंछ), 19 जून, 2008 (भट्टल सेकटर, पुंछ, 30 अगस्त- 1 सितंबर, 2011 (शारदा सेक्टर, नीलम नदी घाटी); 6 जनवरी, 2013 (सावन पत चेकपोसट); 27-28 जुलाई, 2013 (नाजापीर सेक्टर), 6 अगस्त, 2013 (नीलम घाटी); 14 जनवरी, 2014 (23 दिसंबर, 2013 को सर्जिकल स्ट्राइक की।'
सुरजेवाला ने कहा, '28-29 सितंबर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सोनिया गांधी और राहल गांधी ने आतंक के ढांचे को ध्वस्त करने के लिए हमारे सैनिकों की प्रशंसा की थी और साहस बढ़ाया था। जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे जवानों के शौर्य पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करते हैं। (भाषा)