सोनम वांगचुक से मिलने से रोका, दिल्ली CM आतिशी नाराज

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024 (14:51 IST)
sonam wangchuk news in hindi : दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को मंगलवार को बवाना पुलिस थाने के बाहर उस समय रोक दिया गया, जब वह जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से मिलने के लिए जा रही थीं। वांगचुक को सोमवार रात उस समय हिरासत में लिया गया था। वह अपने समर्थकों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
 
आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी अपराह्न करीब एक बजे पुलिस थाने पहुंचीं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित बवाना पुलिस थाने के आसपास भारी पुलिस बल तैनात है। वांगचुक के समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है, जिन्हें दिल्ली की सीमाओं पर विभिन्न पुलिस थानों में रखा गया है।
 
आतिशी ने भी एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, मैं सोनम वांगचुक जी और लद्दाख के 150 भाइयों-बहनों से मिलने बवाना थाने पहुंची। दिल्ली पुलिस ने मुझे मिलने नहीं दिया। बताया जा रहा है कि LG साहब का फोन आ गया कि चुने हुए मुख्यमंत्री से मिलने नहीं देना। यह तानाशाही ठीक नहीं है। सोनम वांगचुक जी और लद्दाख के लोग भी LG राज के खिलाफ लड़ रहे हैं, लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। दिल्ली के लोग लद्दाख के लोगों के साथ खड़े हैं। लद्दाख में LG राज ख़त्म होना चाहिए, दिल्ली में भी LG राज खत्म होना चाहिए। लद्दाख और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए।
 
लद्दाख के लिए छठी अनुसूची का दर्जा मांगने को लेकर वांगचुक सहित केंद्र शासित प्रदेश के लगभग 120 लोग राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च कर रहे थे और उसी समय उन्हें हिरासत में ले लिया गया। वांगचुक, एक महीने पहले लेह से शुरू हुई दिल्ली चलो पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं।
 
सोनम वांगचुक ने पुलिस कार्यवाही को लेकर सवाल उठाते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके शांतिपूर्ण पदयात्रा को रोकने की कोशिश पुलिस की तरफ से हो रही है। हजारों की संख्या में पुलिस बल को दिल्ली बॉर्डर पर जमा किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके हौसले बुलंद हैं, देश की जनता उनके साथ है।
 
इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा 'सोनम वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है, लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा. आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।'
 
गौरतलब है दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने दिल्ली के कई इलाकों में  BNS की धारा 163 लगाई है जिसके बाद 5 से ज्यादा लोगों के एक साथ जमा होने पर रोक के साथ धरना और प्रदर्शन पर भी रोक है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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