जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि वह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू-कश्मीर पहुंचने पर उसमें शामिल होंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना समय की मांग है। कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल की यात्रा कश्मीर में समाप्त होगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि जब वह लखनपुर पहुंचेंगे, जहां से जम्मू-कश्मीर शुरू होता है, तो मैं वहां जाऊंगा और राहुल गांधी के साथ चलूंगा। हम इस देश की एकता और अखंडता के लिए साथ चलेंगे। उन्होंने कहा कि एकजुट रहना समय की मांग है।
उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा आज ही महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश में शामिल हुई है। मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा युवाओं, किसानों और मजदूरों के दिलों में पहले डर फैलाती है और फिर इसे हिंसा में बदल देती है।
राहुल की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र से गुजरने के बाद दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव से मध्य प्रदेश में तय कार्यक्रम से एक घंटे की देरी से दाखिल हुई।
राहुल ने गांव के सभास्थल पर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाइयों के बीच तिरंगे का हस्तांतरण कराने के बाद मध्य प्रदेश में 12 दिवसीय यात्रा की औपचारिक शुरुआत की। इस मौके पर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
राहुल ने सभा में कहा कि उनकी यात्रा देश में फैलाई जा रही नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार को बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर घेरा। उन्होंने कहा, “भाजपा सबसे पहले युवाओं, किसानों और मजदूरों के दिलों में डर फैलाती है और जब यह डर अच्छी तरह से फैल जाता है तो वह इसे हिंसा में बदल देती है।
राहुल ने भाजपा को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा कि हमने कन्याकुमारी से हाथ में तिरंगा लेकर भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। इस तिरंगे को श्रीनगर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।