बुल्ली बाई ऐप मामले में बेंगलुरु से पहली गिरफ्तारी, जावेद अख्तर ने PM की चुप्पी पर उठाया सवाल

Webdunia
सोमवार, 3 जनवरी 2022 (22:56 IST)
मुंबई। मुंबई पुलिस साइबर सेल ने 'बुल्ली बाई' ऐप मामले में बेंगलुरु के एक 21 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया है। हालांकि पुलिस ने अभी आरोपी की पहचान उजागर नहीं की है। 
 
मुंबई पुलिस के मुताबिक मुंबई पुलिस साइबर सेल ने बेंगलुरु से जिस 21 वर्षीय आरोपी को पकड़ा है वह एक इंजीनियरिंग छात्र है। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री सतेज पाटिल ने सोमवार को पुलिस को ऐप के डेवलपर्स के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बाद इस मामले में यह पहली बड़ी कार्रवाई है। 
 
पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ भादसं और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र एक आपत्तिजनक ट्विटर हैंडल चला रहा था और कंटेंट अपलोड कर रहा था।
 
प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल : गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने सोमवार को कहा कि वह एक ऑनलाइन ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद सहित सभी की चुप्पी से चकित हैं।
 
कुछ प्रमुख हस्तियों सहित सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरें बिना अनुमति के ‘बुल्ली बाई’ ऐप पर अपलोड करके उन्हें ‘नीलामी’ के लिए रखा गया है। एक साल से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा हुआ है। यह ऐप पिछले साल विवादों में आए ‘सुल्ली डील्स’ की तरह ही है। अख्तर ने अपने ट्वीट में कहा कि वह इन मुद्दों पर ‘चुप्पी’ को लेकर हैरान हैं।
 
जावेद ने ट्वीट किया कि सैकड़ों महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी हो रही है। तथाकथित धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है, सेना, पुलिस और जनता को 20 करोड़ हिन्दुस्तानियों का संहार करने को कहा जा रहा है। इन मुद्दों पर मैं खुद की और खासतौर से प्रधानमंत्री सहित सभी की चुप्पी से हैरान हूं। क्या यही है सबका साथ?
 
अख्तर ने पिछले महीने हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद पर भी प्रतिक्रिया दी। इस आयोजन में मुसलमानों के खिलाफ कुछ वक्ताओं के कथित नफरत भरे भाषण को लेकर विवाद पैदा हो गया है। इस आयोजन के संबंध में सोमवार को और 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अख्तर के पुत्र, अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर ने भी शनिवार को महिलाओं की नीलामी की घटना सामने आने पर इसकी कटु आलोचना की।
 
स्वरा भास्कर, रिचा चड्ढा, श्रुति सेठ और पटकथा लेखक वरुण ग्रोवर ने भी इस घटना की कटु आलोचना करते हुए इसे ‘घिनौना’ बताया है। ग्रोवर ने कहा कि देश में मुस्लिम महिलाओं को संगठित तरीके से और जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।

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