नई दिल्ली। सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा है कि यदि आपकी अर्थव्यवस्था ऊंचाई पर जा रही है तो आपको सैन्य ताकत भी बढ़ानी चाहिए। मैं मानता हूं कि चीन ऐसी स्थिति में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि चीन अर्थव्यवस्था के साथ-साथ सैन्य ताकत बढ़ाना भी नहीं भूलता। यही कारण है कि वह आज मजबूत स्थिति में है। इतना ही नहीं वह अमेरिका जैसी महाशक्ति को भी चुनौती देने की स्थिति में है।
रावत ने कहा चीन की बढ़ती ताकत को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इंडो-पैसेफिक क्षेत्र की ओर हैं। क्योंकि भारत ही वह देश है जो चीन की बढ़ती ताकत को संतुलित कर सकता है। रावत ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि रक्षा खर्च देश पर एक बोझ है।
रावत ने कहा, मैं इस मिथक को दूर करना चाहता हूं। यदि आपकी अर्थव्यवस्था में वृद्धि हो रही है, तो आपको उस प्रतिष्ठान की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है जो आपके देश में डाला जा रहा है। हमारे बजट का लगभग 35% हिस्सा राष्ट्र निर्माण में चला जाता है।
रावत ने कहा कि जब हम अपनी सीमाओं पर बुनियादी ढांचे का विकास करते हैं, तो हम उन लोगों से जुड़ रहे हैं जो मुख्य भूमि के साथ दूर के क्षेत्रों में रहते हैं।