नई दिल्ली। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज 2 दिवसीय यात्रा पर शनिवार को भारत पहुंचे, जहां वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयामों तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। भारत पहुंचने पर जर्मनी के चांसलर शोल्ज ने राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का निरक्षण किया। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनका स्वागत किया।
दोनों नेताओं के बीच बैठक में यूक्रेन संघर्ष, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, स्वच्छ ऊर्जा, कारोबार एवं नई प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करने के कदमों पर चर्चा की जाएगी। भारत पहुंचने पर जर्मनी के चांसलर शोल्ज ने राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का निरक्षण किया। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनका स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने ट्वीट में कहा कि चांसलर शोल्ज की यात्रा बहुआयामी भारत-जर्मन सामरिक गठजोड़ को और गहरा बनाने का अवसर प्रदान करेगा। इससे पहले भारत पहुंचने पर वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने जर्मनी के चांसलर शोल्ज की हवाई अड्डे पर अगवनी की। इस शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल के 16 साल के ऐतिहासिक कार्यकाल के बाद दिसंबर, 2021 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद शोल्ज की यह पहली भारत यात्रा है।
भारत में जर्मनी के राजदूत फिलीप एकरमैन ने बुधवार को कहा था कि जर्मन चांसलर शोल्ज और प्रधानमंत्री मोदी के बीच मुलाकात में हम रूस-यूक्रेन युद्ध को एजेंडे में बहुत ऊपर देखते हैं। यह एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय स्थिति को 'बहुत मुश्किल' बताते हुए एकरमैन ने कहा था कि जर्मनी इन मुद्दों पर विचार करने में भारत को 'बहुत प्रभावशाली और मूल्यवान भागीदार' मानता है।
मोदी-शोल्ज वार्ता के एजेंडे के बारे में जानकार सूत्रों ने बताया कि संघर्ष के प्रभाव, खासतौर पर खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा इस बातचीत में प्रमुखता से उठने की संभावना है। इसके अलावा कारोबार, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और नई प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है।
दोनों नेताओं के बीच हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में संपूर्ण स्थिति के बारे में भी चर्चा हो सकती है, जहां पिछले कुछ वर्षों में चीनी आक्रामकता देखी गई है। ज्ञात हो कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शोल्ज के बीच 16 नवंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर इंडोनेशिया के बाली में द्विपक्षीय वार्ता हुई थी।
दोपहर में शोल्ज राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। चांसलर शोल्ज का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट करने का भी कार्यक्रम है। रविवार की सुबह चांसलर शोल्ज बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। विदेश मंत्रालय ने जर्मन चांसलर की यात्रा की घोषणा करते हुए सोमवार को कहा था कि शोल्ज के साथ वरिष्ठ अधिकारी और उच्चाधिकार प्राप्त उद्यमी शिष्टमंडल भी होगा। मोदी और शोल्ज दोनों देशों के उद्योपगतियों के साथ भी संवाद करेंगे।(भाषा)(फोटो सौजन्य : ट्विटर)