शाहीन बाग में हाई वोल्टेज ड्रामा, लौटा बुलडोजर, SC ने कहा- हाईकोर्ट जाएं
सोमवार, 9 मई 2022 (14:53 IST)
दिल्ली के शाहीन बाग में अतिक्रमण हटाने के लिए की जा रही बुल्डोजर की कार्रवाई पर हाई वॉल्टेज ड्रामा काफी देर तक चलता रहा। हंगामे के और विरोध के बीच अंतत: एमसीडी का बुलडोजर बिना कार्रवाई किए लौट गया। आइए जानते हैं एमसीडी की कार्रवाई से जुड़े सभी अपडेट्स...
शाहीनबाग बुलडोजर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई।
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जाने को कहा। शीर्ष अदालत ने कहा- पहले हाईकोर्ट जाएं, वहां सुनवाई न हो सुप्रीम कोर्ट आएं।
कोर्ट ने राजनीतिक दलों के इस मामले में आने पर भी सवाल उठाया।
भाजपा का आरोप, आप और कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। कहा- बुलडोजर पर धर्म देखना बंद करें। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आप और कांग्रेस कार्रवाई को सांप्रदायिक रूप दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हर जगह कार्रवाई हो रही है।
हंगामे के बीच बिना कार्रवाई किए लौटा बुलडोजर।
यहां पहुंची रिमुवल टीम का विरोध करते हुए कुछ लोग और कांग्रेसी नेता बुल्डोजर पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा गरीबों को उजाड़ रही है और बीजेपी के इशारे पर ही ये कार्रवाई हो रही है। अतिक्रमण के विरोध में बुलडोजर पर बैठे लोग, कांग्रेस ने कहा- नफरत का बुलडोजर मत चलाओ।
इधर, एमसीडी अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि हमारी टीम और बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच चुकी है। एसडीएमसी अधिकारी का कहना है कि नगर पालिका अपना काम करेगा। हालांकि विरोध के बीच अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं हो सकी है।
एमसीडी का कहना है कि हमारे वर्कर और अधिकारी तैयार हैं। टीम और बुलडोजर का आयोजन हो चुका है। तुगलकाबाद, संगम विहार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी या शाहीन बाग में जहां भी अतिक्रमण है वहां बुलडोजर चलाया जाएगा।
भारी विरोध के बीच अभी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई।
फिलहाल जसोदा विहार नहर के पास खड़ा हुआ बुलडोजर।
विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि एमसीडी माहौल खराब करने आई है।
शाहीनबाग में पुलिसकर्मी और सीआरपीएफ मौजूद।
बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर हंगामा जारी।
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह भी कार्रवाई स्थल पर पहुंचे।
आप विधायक ने किया कार्रवाई का विरोध। एमसीडी से पूछा सवाल, बताएं कहां हैं अतिक्रमण। जो अतिक्रमण था वह हटा दिया गया है।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।