Bihar Politics : बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ है। 8 बार मुख्यमंत्री पद संभाल चुके नीतीश कुमार का महागठबंधन से मोहभंग होता नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि वे एक बार फिर राजग के समर्थन से सरकार बना सकते हैं। वे 6 बार राजग और 2 बार राजद के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं। जानिए जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कब किसके साथ बनाई सरकार।
मार्च 2000 में समता पार्टी के नेता नीतीश कुमार पहले बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने भाजपा और सहयोगी दलों की मदद से सरकार बनाई थी। हालांकि बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से मात्र 7 दिन बाद ही वह सत्ता से बाहर हो गए।
2005 में जदयू नेता नीतीश कुमार ने एक बार फिर राजग की मदद से राज्य की कमान संभाली। इस चुनाव में जदयू ने 88 सीटें जीतीं वहीं भाजपा ने 55 सीटें जीतने में सफल रहीं।
2010 के विधानसभा चुनावों में भाजपा-जदयू गठबंधन ने 206 सीटों पर जीत दर्ज की। जदयू ने 115 सीटें तो भाजपा ने 91 सीटें जीतीं। लालू यादव की राजद मात्र 22 सीटों पर सिमट गई। नीतीश एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने।
2015 ने महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ा। इस चुनाव में राजद ने 80 सीटों पर, जदयू ने 71 सीटों पर और कांग्रेस ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की। उधर भाजपा महज 53 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। नीतीश कुमार ने पहली बार महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाई।
जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने 20 महीने पुराने महागठबंधन वाली सरकार को समाप्त करते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने फिर से भाजपा के समर्थन से बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा जदयू ने एक साथ चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भाजपा ने 74 सीटों पर और जदयू ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की। इस तरह नीतीश एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने। भाजपा की ओर से तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी के रूप में 2 उपमुख्यमंत्री बनाए गए।
2022 में नीतीश का भाजपा से मोहभंग हो गया। राजद समेत 9 दलों का महागठबंधन बनाकर जदयू ने सत्ता का सफर तय किया। इस तरह नीतीश फिर सीएम बन गए जबकि तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।