राकंपा नेता माजिद मेमन ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, 'सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने देश के प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।' यह पूछे जाने पर कि अब तक कितने सांसदों ने नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं, उन्होंने कहा कि वह हस्ताक्षरकर्ता भर हैं और यह प्रश्न कांग्रेस से किया जाना चाहिए।' हालांकि कांग्रेस ने इस कदम की कोई पुष्टि नहीं की और उसके वरिष्ठ नेताओं ने इस संबंध में प्रश्नों को टाल दिया।
राकंपा के अन्य सांसद डीपी त्रिपाठी ने कहा कि मैंने हस्ताक्षर किए हैं, दूसरे भी हस्ताक्षर कर रहे हैं और यह सिलसिला चल रहा है। उन्होंने कहा कि यहकेवल भ्रष्टाचार नहीं है, आरोप बेहद गंभीर हैं और उस पत्र से यह प्रकट होता हैजो उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों ने पहले ही लिखा है कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता को खतरा है।
त्रिपाठी ने इस बात की पुष्टि की कि हस्ताक्षर करने वालों में राकंपा, माकपा, भाकपा के सदस्य तथा अन्य लोग हैं। उन्होंने इशारा किया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं।