सूत्रों के अनुसार, वायुसेना को आगामी 5 नवंबर को फ्रांस से 3 और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं जिससे वायुसेना के बेड़े में राफेल विमानों की संख्या आठ पहुंच जाएगी, क्योंकि उसे पांच विमान पहले ही मिल चुके हैं।
राफेल के वायुसेना के जंगी विमानों के बेड़े में शामिल होने से वायुसेना की ताकत और मारक क्षमता दोनों बढ़ी है। वायुसेना लंबे समय से लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही है और उसके स्कवैड्रनों की संख्या काफी कम हो गई है। राफेल विमानों के आने के बाद यह दावा किया जा रहा है कि वायुसेना दो मोर्चों पर एक साथ किसी भी स्थिति से निपट सकती है।(वार्ता)