वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन 3 वर्षों के बाद : यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन 3 वर्षों के बाद हो रहा है और हम इसे बहुत महत्व देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 8 और 9 जुलाई को रूस की 2 दिवसीय यात्रा पर रहेंगे जिसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा की जाएगी।
रूस के बाद ऑस्ट्रिया जाएंगे मोदी : विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। यह करीब 5 साल में मोदी की पहली रूस यात्रा होगी। इससे पहले उन्होंने 2019 में व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
क्षेत्रीय और वैश्विक हित के मुद्दे एजेंडे का हिस्सा : क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत में क्षेत्रीय और वैश्विक हित के मुद्दे एजेंडे का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा कि भारत-रूस शिखर सम्मेलन रक्षा, निवेश, शिक्षा और संस्कृति तथा लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण दायरे पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगा। क्वात्रा ने कहा कि दोनों पक्ष 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के संबंध में दस्तावेजों पर काम कर रहे हैं।(भाषा)