भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार को मानवीय सहायता के रूप में अब तक लगभग 650 मीट्रिक टन राहत सामग्री भेजी है। यह मदद सामग्री ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भारतीय वायुसेना के 7 विमानों और भारतीय नौसेना के 5 जहाजों से भेजी गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारतीय सेना के नेतृत्व वाला फील्ड हॉस्पिटल म्यांमार में अपना मानवीय मिशन जारी रखे हुए है और इसकी मेडिकल टीम ने 1300 से अधिक मरीजों का इलाज किया है। पिछले सप्ताह म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप के कारण मृतकों की संख्या 3000 से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा, हम किसी भी अन्य जरूरत के लिए म्यांमार के अधिकारियों के संपर्क में हैं। हम म्यांमार को उनकी ओर से मांगी गई किसी भी सहायता के लिए तैयार हैं। पिछले सप्ताह म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप के कारण मृतकों की संख्या 3000 से अधिक हो गई है।
भारत ने 28 मार्च को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से हुई तबाही के बाद त्वरित कदम के रूप में अपना राहत मिशन ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया। जायसवाल ने कहा, अब तक हमने करीब 650 मीट्रिक टन मानवीय सहायता भेजी है। ये सहायता भारतीय वायुसेना के सात विमानों और भारतीय नौसेना के 5 जहाजों के जरिए भेजी गई। हमने खोज और बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की 80 सदस्यीय टीम भी भेजी थी। उन्होंने अपना मिशन पूरा कर लिया और वतन लौट आए हैं।
फील्ड हॉस्पिटल को भारतीय वायु सेना के दो सी-17 हेवी-लिफ्ट विमानों का इस्तेमाल करके म्यांमार पहुंचाया गया था। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख, वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने छह अप्रैल को भारत द्वारा स्थापित फील्ड हॉस्पिटल का दौरा किया।
जायसवाल ने कहा, अब तक 1,300 से अधिक मरीजों का वहां इलाज किया जा चुका है और हर दिन करीब 250 लोग इलाज के लिए इसमें आते हैं। वरिष्ठ जनरल भी वहां पहुंचे...हमारी टीम की काफी सराहना हुई है। जायसवाल ने चार अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरिष्ठ जनरल मिन के बीच बैंकॉक में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान हुई बैठक का भी जिक्र किया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour