नई दिल्ली। भारतीय सेना को सालों के इंतजार के बाद आखिरकार 2020 तक मध्यम दूरी की सतह से हवा में प्रहार करने वाली आधुनिक मिसाइल (एमआरएसएएम) प्रणाली मिलेगी, जो करीब 70 किलोमीटर के दायरे में बैलिस्टिक मिसाइलों, लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को मार गिराने में सक्षम होगी।
मीडिया को जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं होने के कारण अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं होने के अनुरोध के साथ बताया कि एमआरएसएएम प्रणाली शत्रु की बैलिस्टिक मिसाइलों, विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोनों, निगरानी विमानों और अवॉक्स (हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली) विमान को मार गिराने में सक्षम होगी।
अधिकारी के मुताबिक कि सेना की हवाई रक्षा के लिए एमआरएसएएम हर मौसम में काम करने वाली 360 डिग्री पर घूमने वाली हवाई रक्षा प्रणाली है, जो किसी संघर्ष क्षेत्र में विविध तरह के खतरों के खिलाफ संवेदनशील क्षेत्रों की हवाई सुरक्षा करेगी।